जयपुर. शहर के जयपुर दिल्ली रोड स्थित शिव विलास होटल में रुके गुजरात कांग्रेस के विधायक मंगलवार को वापस लौटे। दिन में करीब 1.15 बजे सभी विधायक बस में बैठकर एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए। कोरोनावायरस के चलते विधायक पिछले 6 दिनों से होटल में ही थे। आखिरी बार 18 मार्च को कुछ विधायक घूमने से लिए जयपुर के मॉल्स में पहुंचे थे। आज राज्यसभा चुनाव की तारीख टलने के बाद सभी को गुजरात भेजा गया।
जानकारी अनुसार, मुख्य सचेतक महेश जोशी खुद गुजरात के विधायकों को लेने होटल पहुंचे। जिसके बाद तीन बसों में इन विधायकों को होटल से एयरपोर्ट लाया गया। जहां स्पेशल विमान द्वारा सभी को गुजरात रवाना किया गया। गौरतलब है कि इससे पहले 18 मार्च को सोनियां गांधी से मीटिंग के बाद फैसला लिया गया था कि गुजरात में कांग्रेस अपने दोनों राज्यसभा उम्मीदवारों में से किसी का नामांकन वापस नहीं कराएगी।
स्पीकर ने 5 विधायकों के इस्तीफे मंजूर किए, इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड किया
गुजरात कांग्रेस के 5 विधायकों प्रवीण मारू, मंगल गावित, सोमाभाई पटेल, जेवी काकड़िया और प्रद्युम्न जडेजा ने रविवार को इस्तीफा दिया था। इनके इस्तीफे विधानसभा स्पीकर राजेंद्र त्रिवेदी ने सोमवार को मंजूर कर लिए। इसके बाद कांग्रेस ने इन नेताओं को पार्टी से निलंबित कर दिया था।
कांग्रेस के 5 विधायकों के इस्तीफे मंजूर होने के बाद स्थिति
गुजरात विधानसभा में सीटें = 180
5 विधायकों के इस्तीफे के बाद बची सीटें = 175
भाजपा+ (भाजपा 103+ 1 राकांपा + 2 भारतीय ट्रायबल पार्टी) = 106
कांग्रेस+ (कांग्रेस 68+1 जिग्नेश मेवाणी) = 69
गुजरात में राज्यसभा की कितनी सीटों पर चुनाव = 4
गुजरात में राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए जरूरी = 36
4 राज्यसभा सीटों पर 3 समीकरण, भाजपा का पलड़ा भारी
भाजपा ने अभय भारद्वाज, रमीवा बेन बारा और नरहरि अमीन को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है।
पहला समीकरण : भाजपा 2 और कांग्रेस 1 सीट आसानी से जीत लेगी।
दूसरा समीकरण : अगर कांग्रेस के 2 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी तो भाजपा 3 सीटें जीत लेगी। भाजपा के पास 106 विधायक हैं। 3 राज्यसभा सीटें जीतने के लिए उसे 2 और वोट चाहिए जो उसे क्रॉस वोटिंग करने वाले 2 विधायकों से मिलेंगे।
तीसरा समीकरण : अगर किसी विधायक ने क्रॉस वोटिंग नहीं की तो भी भाजपा के तीसरे उम्मीदवार के पास जीत के लिए जरूरी 36 वोटों से भी ज्यादा कुल 72 वोट होंगे। ये वोट दूसरी वरीयता वाले होंगे। कांग्रेस उम्मीदवार के पास दूसरी वरीयता वाले वोट 36 ही रहेंगे। ऐसे में वोटों की संख्या भाजपा के पास ज्यादा होने की वजह से उसका तीसरा उम्मीदवार भी जीत सकता है।