एसएमएस के डॉक्टरों को वायरस से बचाने के लिए बनाई सैनेटाइजिंग टनल, 5 सेकंड में कर देगा फुल बॉडी सैनिटाइज


जयपुर. (अर्पित शर्मा) कोरोना से जंग में सबसे ज्यादा संक्रमित होने का खतरा डाक्टरों को है। डाक्टर भगवान बनकर संक्रमितों का न केवल इलाज कर रहे हैं बिल्कि उन्हें स्वस्थ भी कर रहे हैं। ऐसे में मालवीय नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमएनआईटी) की टीम की एक इनोवेशन डाक्टरों के लिए बेहद उपयोगी हो सकती है।


एमएनआईटी की टीम ने कोरोना के मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों को वायरस से बचाने के लिए सैनेटाइजिंग टनल तैयार की है। इस टनल से जब डॉक्टर निकलेंगे तो 5-7 सेकंड में उनकी पूरी बॉडी सैनिटाइज हो जाएगी। सवाई मानसिंह अस्पताल के डॉक्टरों से चर्चा के बाद एमएनआईटी के प्रोफेसर्स ने दो दिन में यह टनल तैयार की है।


ऑटोमैटिक सेंसर और 10 स्प्रे


एमएनआईटी के डायरेक्टर प्रो. उदय कुमार यारागट्टी के निर्देशन में इन्क्यूबेशन सेंटर के हैड प्रो. ज्योतिर्मय माथुर और के बी डिवाइसेज स्टार्टअप के सुधांशु गुप्ता ने यह टनल तैयार की है। प्रो. माथुर ने बताया कि छह फुट लंबे, सात फुट ऊंचे और तीन फुट चौड़े इस टनल में 10 स्प्रे नोजल लगाई गई हैं। जैसे ही डॉक्टर टनल से 10 कदम दूर होंगे, तभी ऑटोमैटिक सेंसर से इसमें स्प्रे चालू हो जाएंगे। इसमें सोडियम हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन स्प्रे होता है जिससे पूरी बॉडी 5-7 सेकंड में सैनिटाइज हो जाती है। 


यह टनल लोहे के फ्रेम और फाइबर शीट से तैयार की गई है। इसकी लागत करीब 30 हजार आई है, लेकिन एमएनआईटी एसएमएस को यह फ्री में उपलब्ध करा रहा है। सोमवार को एसएमएस के डॉक्टरों की टीम ने इसका जायजा लिया। एमएनआईटी का कहना है कि अब डिमांड के अनुसार और टनल तैयार की जाएंगीं। 


3डी प्रिंटेड मास्क भी बनाया
एमएनआईटी ने कोरोना का इलाज कर रहे डाक्टरों की पूरी हिफाजत का भी ध्यान रखा है। टीम ने प्लास्टिक का 3डी प्रिंटेड मास्क भी तैयार किया है। यह मास्क सिर से लेकर गर्दन तक कवर करेगा। जिससे चेहरे पर नाक, आंख, मुंह के द्वारा वायरस आने का खतरा नहीं रहेगा। और डाक्टर पूरी तरह रहेंगे सेफ। है न कमाल की चीज। 


पैडल ऑपरेटेड वॉश बेसिन भी बनाया


टनल के अलावा एमएनआईटी की टीम ने डॉक्टरों के लिए एक पैडल ऑपरेटेड वॉश बेसिन और थ्रीडी प्रिंटेड मास्क भी तैयार किया है। वॉश बेसिन में पैर से पैडल दबाते ही ऑटोमेटिक साबुन और पानी आएंगे। ऐसा इसलिए ताकि डॉक्टरों को किसी भी चीज को बार-बार छूना ना पड़े।