जिस अस्पताल से फैला संक्रमण उसके 500 मरीज 13 जिलों व 4 राज्यों में फैले; आइसोलेट लोगों के घर के बाहर लगाए गए स्टीकर

भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा में कोरोना की दशहत बढ़ती जा रही है। यहां सबसे पहले संक्रमण की पुष्टि बांगड़ हास्पिटल के एक डॉक्टर में हुई थी। अब तक 13 मामले सामने आ चुके हैं, जो कि सभी हॉस्पिटल का स्टॉफ है। चिंता की बात यह है कि जिस अस्पताल से संक्रमण फैला था। उसमें उस अवधि के दौरान करीब 500 मरीज आए थे। यह मरीज अब राजस्थान के 13 जिलों और चार राज्यों में फैले हैं। ऐसे में सरकार अब इनकी स्क्रीनिंग कराने में जुटी है, ताकि हॉस्पिटल से शुरू हुई कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके।


जिन जिलों के मरीज हॉस्पिटल आए थे, उनकी सूची उनके जिले के कलेक्टर को भेजी गई
भीलवाड़ा में जिस बांगड़ हॉस्पिटल के डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टाफ में कोरोना वायरस फैला था, उसमें करीब 500 मरीज ऐसे भर्ती थे जो 4 अन्य राज्य और राजस्थान के 13 जिलों के थे। इन 500 में से अस्पताल में भर्ती और डाॅक्टर्स काे ओपीडी में जांच कराने वाले शामिल हैं। इनमें 39 मरीज चार अन्य राज्यों और बाकी राजस्थान के 13 जिलों  के थे। राजस्थान में सबसे ज्यादा मरीज अजमेर जिले के थे। भीलवाड़ा कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने बताया कि बाहर के 39 मरीजाें में मध्यप्रदेश के नीमच से 32 व एक इंदाैर, उत्तर प्रदेश के इटावा से एक, हिमाचल प्रदेश से 2 और गुजरात में 2 सूरत के और एक मरीज अहमदाबाद का था। भट्ट ने बताया कि जिन जिन जिलों के मरीज थे वहां के कलेक्टर से बात करके इनकी सूचियां वहां भिजवा दी हैं। उनसे इन सभी मरीजों की स्क्रीनिंग कराने के लिए कहा है।


अब तक 1.92 लाख से अधिक घरों के साढ़े नौ लाख लाेगों का सर्वे
जिला प्रशासन ने कोरोना से बचाव व नियंत्रण की दिशा में त्वरित कार्रवाई करते हुए अब तक जिले की लगभग एक तिहाई आबादी की स्क्रीनिंग कर ली है। कलेक्टर भट्ट ने बताया कि जिले में सोमवार तक 1 लाख 92 हजार 107 घरों का सर्वे कर 9 लाख 49 हजार 110 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई है। शहरी क्षेत्र में सोमवार को 229 एवं ग्रामीण क्षेत्र में एक हजार पांच सौ से ज्यादा टीमों ने घर-घर सर्वे किया। जिले में बांगड़ अस्पताल में इलाज करवा चुके या अन्य कार्य से आ चुके 5392 लोगों के परिवारों को घरो में क्वारन्टाइन पर रखा गया है। प्रशासन क्वारन्टाइन पर ऱखे गये घरों के बाहर एक स्टीकर चस्पा कर रहा है जिसके माध्यम से लोगों को कुछ समय के लिए उस घर से दूर रहने की हिदायत दी जा रही है।


अब रिपोर्ट का किया जा रहा इंतजार
भीलवाड़ा में पिछले 24 घंटे में एक भी नया केस सामने नहीं आया। वहीं 59 लोगों के सैंपल रविवार को लेकर जांच के लिए जयपुर भिजवाए थे उनकी रिपोर्ट सोमवार रात तक भी नहीं आई। इसलिए यह क्लीयर नहीं हो पाया कि उनमें से कोई पॉजिटिव है या नहीं। इधर, सोमवार शाम तक 146 नए लोगों के सैंपल लिए हैं। इनमें से सात बांगड़ हॉस्पिटल में भर्ती मरीज थे औैर बाकी हॉस्पिटल में काम करने वाले स्टाफ थे। जिन 146 लोगों के सैंपल लिए हैं उनको फिलहाल चिकित्सा विभाग ने होम आइसोलेशन के निर्देश दिए हैं ताकि वे घर से बाहर नहीं निकले। अब ऐसे लोगों के बाहर स्टीकर भी लगाए जा रहे हैं ताकि कोई भी उनके घरों में नहीं जाए।


भीलवाड़ा में तीन और स्थानों पर जीरो मोबिलिटी, 144 संदिग्ध लोग क्वारेंटाइन में भर्ती
कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने बांगड़ अस्पताल के तीन संक्रमित कार्मिकों के निवास स्थान के पास के इलाकों में धारा 144 के तहत जीरो मोबिलिटी के आदेशजारी किएहै। मांडल उपखंड मुख्यालय के पोस्ट ऑफिस वाली गली को केंद्र मानते हुए आस-पास के इलाके, बनेड़ा के बालेसरिया गांव एवं कोदू कोटा सहित आस-पास के गांवों श्रीनगर, गोकुलपुरा, घूमड़ास, पोंडरास, रूपाहेली, चतरपुरा व सातोला का खेड़ा में निषेधाज्ञा रहेगी। चतरपुरा व सातोला का खेड़ा कोटड़ी उपखंड में आते हैं। शेष गांव भीलवाड़ा उपखंड क्षेत्र के हैं।